राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कारों के बीच अंतर
भारत देश में महान विभूतियों को सम्मानित करने के लिए पुरस्कारों से नवाजा जाता है, जिनमें राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार शामिल हैं। अलग अलग क्षेत्रों अलग अलग पुरस्कार दिए जाते हैं। आइए जानते हैं कि राष्ट्रीय पुरस्कार तथा अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार में क्या अंतर है और ये क्यों दिया जाता है??
राष्ट्रीय पुरस्कार
भारत रत्न
कला, विज्ञान, साहित्य तथा खेल जैसे क्षेत्रों में दिया जाने वाला यह देश का सर्वोच्च सम्मान है। वर्ष 1954 में इसकी स्थापना की गई थी। 1977 में जनता पार्टी सरकार द्वारा पद्म पुरस्कार तथा भारत रत्न को बंद कर दिया गया था लेकिन 1980 में कांग्रेस सरकार द्वारा फिर से शुरू कर दिया गया। भारत रत्न कांस्य निर्मित पीपल के पत्ते के आकार का होता है, जिसके मुख्य भाग पर सूर्य की आकृति बनी हुई है। इसके पिछले भाग पर राष्ट्रीय चिह्न तथा नीचे "सत्यमेव जयते" लिखा होता है।
वर्ष 2014 में सचिन तेंदुलकर को भारत रत्न से नवाजा गया।
साल 2015 में भारत के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई और महामना मदनमोहन मालवीय जी को (मरणोपरांत) भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
साल 2019 में तीन महान विभूतियों को भारत रत्न दिया गया था - प्रणब मुखर्जी, भूपेन हजारिका और नाना जी देशमुख।
पद्म पुरस्कार
भारत रत्न के बाद पद्म पुरस्कार देश का दूसरा सबसे बड़ा सम्मान है। वर्ष 1954 में इसकी स्थापना हुई। पद्म पुरस्कार तीन प्रकार के हैं - पद्मश्री, पद्म भूषण और पद्म विभूषण।
वीरता पुरस्कार
महावीर चक्र - यह देश का दूसरा सर्वोच्च शौर्य पुरस्कार है। बहादुर सैनिकों की वीरता तथा उनके साहस के आधार पर दिया जाता है।
वीर चक्र - शौर्य एवं वीरता का तीसरा सबसे बड़ा पुरस्कार उसे प्रदान किया जाता है जिसने अद्मय साहस के साथ शत्रुओं का सामना किया हो अथवा मौत के घाट उतार दिया हो।
अशोक चक्र - यह पुरस्कार देश का सर्वोच्च शांतिकालीन शौर्य पुरस्कार है। यह पुरस्कार भी शौर्य प्रदर्शन में उल्लेखनीय भूमिका निभाने वाले बहादुरों को दिया जाता है। इसके अलावा दो अन्य वीरता पुरस्कार दिए जाते हैं - कीर्ति चक्र एवं शौर्य चक्र।
राष्ट्रीय पुरस्कार के अंतर्गत अन्य क्षेत्रों में भी पुरस्कार दिए जाते हैं जैसे - साहित्य पुरस्कार, विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी पुरस्कार और फिल्म एवं कला संगीत पुरस्कार।
अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार
नोबेल पुरस्कार
नोबेल पुरस्कार की शुरुआत वर्ष 1901 में डायनामाइट के आविष्कारक अल्फ्रेड नोबेल की वसीयत के अनुरूप किया गया। 1886 में अल्फ्रेड नोबेल के निधन के बाद उन्होंने अपनी वसीयत में अपने उद्योगों की वार्षिक आय पुरस्कारों के लिए दान कर दिया। यह पुरस्कार हर साल 10 दिसंबर को दिया जाता है।
साल 1974 के बाद से यह नियम लागू कर दिया गया कि मरणोपरांत किसी भी क्षेत्र में किसी भी व्यक्ति को नोबेल पुरस्कार नहीं दिया जाएगा।
नोबेल पुरस्कार से सम्मानित भारतीय
रवीन्द्रनाथ टैगोर (साहित्य-1913)
डाॅ.सी वी रमन (भौतिकी-1930)
डाॅ.हरगोविंद खुराना (चिकित्सा-1968)
मदर टेरेसा (शांति-1976)
डाॅ.अमर्त्य सेन (अर्थशास्त्र-1998)
रैमन मैग्सेसे पुरस्कार
फिलिपीन्स के पूर्व राष्ट्रपति रैमन मैग्सेसे की याद में साल 1958 में मैग्सेसे पुरस्कार की शुरुआत हुई। यह पुरस्कार जनसेवा, समुदायिक नेतृत्व, शासकीय सेवा, पत्रकारिता, रचनात्मक कला और अंतरराष्ट्रीय के पाँच क्षेत्रों में दिया जाता है। इसे एशिया का नोबेल पुरस्कार भी कहा जाता है। मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित प्रथम भारतीय विनोबा भावे (1958) थे।
फिल्म अथवा संगीत पुरस्कार
ऑस्कर अवार्ड - फिल्म निर्माण के विभिन्न पदों पर मिलने वाला यह एक प्रतिष्ठित पुरस्कार है जिसे प्रति वर्ष दिया जाता है। ऑस्कर अवार्ड 1929 से नेशनल एकेडमी ऑफ मोशन पिक्चर एंड साइंसेज, अमेरिका द्वारा प्रदान किया जाता है।
ग्रैमी अवार्ड - यह पुरस्कार नेशनल एकेडमी फाॅर रिकार्डिंग आर्ट्स एंड साइंसेज, अमेरिका द्वारा संगीत के क्षेत्र में महान उपलब्धियों के लिए दिया जाता है।
साहित्य एवं पत्रकारिता पुरस्कार
पुलित्जर पुरस्कार - इसकी शुरुआत अमेरिकी प्रकाशक जोसेफ पुलित्जर ने 1917 में किया था। पत्रकारिता के क्षेत्र में यह विश्व का सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार है।
द बुकर प्राइज - यह सबसे अच्छे उपन्यास के लिए प्रत्येक वर्ष दिया जाता है। यह पुरस्कार बुकर पब्लिक लिमिटेड कंपनी द्वारा प्रायोजित किया जाता है।
मान बुकर - वर्ष 1969 से प्रारंभ यह पुरस्कार किसी एक कथावृत्ति के लिए राष्ट्रमंडल देशों के कलाकारों को दिया जाता है। साहित्य के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार के बाद यह सबसे बड़ा पुरस्कार माना जाता है। मान बुकर अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार 2 वर्ष में एक बार अंग्रेजी भाषा में प्रकाशित उत्कृष्ट कथा साहित्य के लिए किसी साहित्यकार को दिया जाता है।
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